कुछ सीखने योग्य बातें
हम कई बार काम अपने ऊपर ओढते चले जाते हैं और उससे करते रहते हैं एक काम पसंद का होता है तो उसे करते समय दूसरी कुछ भूल जाते हैं पर कई बार काम करना मजबूरी होता है हम दूसरों को खुश करने के लिए भी हर काम को हा करते चले जाते हैं । पर, एक सीमा के बाद समझ में आता है कि किसी और काम के लिए हमारे पास समय ही नहीं है हम अपने व्यायाम आराम और ढंग से खाने पीने के लिए भी समय नहीं निकाल पाते हम बस एक से दूसरे दूसरे से तीसरे काम को निपटाते, उन से जूझते रह जाते हैं । कई बार अपनी पसंद के छोटे-छोटे कामों के लिए समय निकालना ही मुश्किल हो जाता है।
बस काम ही काम की बातें करते रहना
हम लोग अपनों के साथ होने पर भी क्या हम आपने काम के बारे में सोचते रहते हैं ?
यदि हां तो संभल जाएं। अपने मनोरंजन के लिए थोड़ा सा समय भी ना निकाल पाना, काम और जीवन के बीच असंतुलन का संकेत है। ऐसे में हमें समय प्रबंधन की जरूरत है। हमें अपनी दक्षता बढ़ाने, नई चीजों को सीखने पर भी ध्यान देना चाहिए। काम और जीवन में संतुलन ना होना, हमें रिश्तो से दूर ले जाता है।
जीवन में लक्ष्य होना जरूरी है
हमारे जीवन में लक्ष्य का होना बहुत जरूरी है हमारे कुछ लक्षण होने चाहिए और साथ ही, उन्हें पूरा करने का साहस और दृढ़ता भी होनी चाहिए। हालांकि, कई बार लग सकता है कि जिस ढंग से हम काम कर रहे हैं, वह उपयोगी नहीं है ऐसे में हमें पढ़ना नहीं चाहिए। हमें नहीं जरूरत के अनुसार नए तरीके अपनाने के लिए तैयार रहना चाहिए। सोच में लचीलापन होना जरूरी है। कहा जता है कि लक्ष्य को लेकर जिन होना चाहिए और काम करने के तरीकों में लचीलापन।
बीपी गलतियों के बारे में सोच कर दुखी रहना यह गलत बात है।
हम कई बार बीत गलतियों के बारे में खुद को पूछते रहने या भविष्य की चिंता करते रहने से कुछ नहीं बदलता।
Comments
Post a Comment